Shri Satyanarayan Puja Vidhi इस विधि से करें श्री सत्यनारायण व्रत की पूजा, पूरी जानकारी यहां देखें : हम यंहा आपको भगवान श्री सत्यनारायण पूजा के बारे में बताने जा रहे हैं बताई जा रही Shri Satyanarayan Puja Vidhi को आप पूर्णिमा के दिन या अन्य दिन कर सकते हैं यंहा हम आपको श्री सत्यनारायण पूजा की छोटी विधि बताने जा रहे हैं ।
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Shri Satyanarayan Puja Vidhi इस विधि से करें श्री सत्यनारायण व्रत की पूजा, पूरी जानकारी यहां देखें
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श्री सत्यनारायण पूजा कब करें
आप Shri Satyanarayan Puja हर महीने की पूर्णिमा या संक्रांति को या किसी भी दिन या समयानुसार किया जा सकता है ।
श्री सत्यनारायण पूजा सामग्री
Shri Satyanarayan Puja में केले के पत्ते व फल के अलावा पंचामृत, पंच गव्य, सुपारी, पान, तिल, मोली, रोली, कुमकुम, दूर्वा की आवश्यक्ता होती जिनसे भगवान की पूजा होती है सत्यनारायण की पूजा के लिए दूध, मधु, केला, गंगाजल, तुलसी पत्ता, मेवा मिलाकर पंचामृत तैयार किया जाता है जो भगवान को प्रिय है इसके अलावा फल, मिष्टान के अलावा आटे को भून कर उसमें चीनी मिलाकर एक प्रसाद बनता वह भी भोग लगता है जब सत्यनारण की कथा करवानी हो तो इन सामग्रियों की व्यवस्था कर लेनी चाहिये ।
श्री सत्यनारायण पूजा विधि
जो व्यक्ति श्री सत्यनारायण पूजा का संकल्प लेते हैं उन्हें दिन भर व्रत रखना चाहिए पूजन स्थल को गाय के गोबर से पवित्र करके वहां एक अल्पना बनाएं और उस पर पूजा की चौकी रखना चाहिये. इस चौकी के चारों पाये के पास केले का पत्तों को लगाकर और पत्तों के वन्दनवारो से एक सुन्दर मंडप तैयार करना चाहिये इस चौकी पर ठाकुर जी और श्री सत्यनारायण की प्रतिमा स्थापित करें पूजा करते समय सबसे पहले गणपति की पूजा करें. नवग्रह की स्थापना करके, इनकी पूजा के पश्चात ठाकुर जी व Shri Satyanarayan Puja करें उसके बाद श्री सत्यनारायण व्रत कथा पढ़े या सुनें ।
पूजा और कथा करने के बाद श्री सत्यनारायण जी की आरती करके और सभी देवों की आरती करें और चरणामृत लेकर प्रसाद वितरण करें. पुरोहित जी को दक्षिणा एवं वस्त्र दे व भोजन कराएं. पुराहित जी के भोजन के पश्चात उनसे आशीर्वाद लेकर आप स्वयं भोजन करें ।