Makar Sankranti Puja Vidhi मकर संक्रांति के दिन इस विधि से करें पूजा पाठ : हम यंहा आपको मकर संक्रांति पूजा विधि के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। यह तो आप सब पहले से जानते हो की पोष या माघ मास की 14 या 15 जनवरी को मकर संक्रांति का त्यौहार बनाया जाता है। इस दिन सूर्य ग्रह धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है। इसे उत्तरायण भी कहा जाता है। कहते है की इस दिन तीर्थों में जैसे की गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में स्नान करने से और दान देने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
मकर संक्रांति के दिन तेल तथा तिल मिश्रित जल से स्नान करना चाहिए। इसके बाद सूर्य देव की स्तुति करनी चाहिए। इस दिन काले तिल, दाल चावल व खिचड़ी का दान किया जाता है ! कहते है की दान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन अपने पूर्वजों का तर्पण करना चाहिए।दक्षिण भारत में इस उत्सव को पोंगल कहा जाता है।
जीवन भर के उपाय के साथ बनवाये वैदिक जन्म कुण्डली केवल 500/- रूपये में
10 साल उपाय के साथ बनवाए लाल किताब कुण्डली केवल 500/- रूपये में
मकर संक्रांति पूजा सामग्री
जातक को मकर संक्रांति पूजा विधि में सफ़ेद या काले तिल के बने लड्डू, जल से भरा लोटा, चावल, रोली, सामर्थ अनुसार दक्षिणा, 14 सुहागिन महिलाओं को देने के लिए कोई भी 14 वस्तु, मिठाई में घेवर।
मकर संक्रांति पूजा विधि
पहले आप बायना निकालने के लिए एक थाली में 2 घेवर, तिल के लड्डू व् अपने सामर्थ के अनुसार दक्षिणा रख लें। बायने की थाली में पहले रोली व चावल के छीटें दें। उसके बाद स्वयं के तिलक निकाले। उसके बाद यह बायना अपनी सास को दें दे। यदि आपकी सास नही है तो ननद, जेठानी या किसी भी ब्राहमण स्त्री को दे सकते है। उसके बाद इसी तरह 14 वस्तुओं के भी रोली का टीका लगा दें, जल व चावल के छीटें मारकर हाथ जोड़ लें। और उसके बाद इसे 14 सुहागिनों में बाँट दें।
मकर संक्रांति पूजा व्रत विधि
यदि आप मकर संक्रांति का उपवास करते है तो इस दिन आपको तेव व तिल मिले हुए जल से स्नान करना चाहिए व दिन में केवल एक बार ही भोजन करना चाहिए। व सूर्य देव की स्तुति करनी चाहिए। यदि हो सके तो मकर संक्रांति के दिन किसी तीर्थ पर जाकर स्नान करना चाहिए व दान पुण्य करना चाहिए। आप इस दिन अपने पितृ का तर्पण भी कर सकते है।
मकर संक्रांति पूजा मंत्र
दिए गये Makar Sankranti Puja Mantra से मकर संक्रांति के दिन श्री सूर्य देव की पूजा अर्चना करनी चाहिए।
- ॐ सूर्याय नम: ,
- ॐ आदित्याय नम: ,
- ॐ सप्तार्चिषे नम: ,
- ॐ ऋड्मण्डलाय नम: ,
- ॐ सवित्रे नम: ,
- ॐ वरुणाय नम: ,
- ॐ सप्तसप्त्ये नम: ,
- ॐ मार्तण्डाय नम: ,
- ॐ विष्णवे नम:
सूर्य मंत्र
मकर संक्रांति के दिन Makar Sankranti Puja Vidhi करने के बाद सूर्य मंत्र जाप किया जाना चाहिए और सूर्य की पूजा की जानी चाहिए। सूर्य मंत्र: “ॐ हरेम हरेम ह्रौम्म साह सूर्य्या नमः।