Sheetala Ashtami Puja Vidhi इस बार ऐसे करें शीतला अष्टमी की पूजा विधि, जानें बासोड़ा पूजन कैसे करें : होली के बाद शीतला अष्टमी यानी बास्योडा का पर्व बहुत धूमधाम से मनाया जाता हैं। हम यंहा आपको Sheetala Ashtami Puja कैसे की जाती हैं इसके बारे में बताने जा रहे हैं। हमारे द्वारा बताये जा रहे Sheetala Ashtami Puja Vidhi को पढ़कर आप भी शीतला अष्टमी व बास्योडा कब बनाया जायेगा इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकोंगे।
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Sheetala Ashtami Puja Vidhi इस बार ऐसे करें शीतला अष्टमी की पूजा विधि, जानें बासोड़ा पूजन कैसे करें
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शीतला अष्टमी व बास्योडा कब मनाया जाता हैं?
चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को शीतला अष्टमी व बास्योडा मनाया जाता हैं। शीतला अष्टमी को बास्योडा के नाम से भी जाना जाता हैं।
शीतला अष्टमी व बास्योडा 2024 में कब हैं?
इस साल 2024 में शीतला अष्टमी व बास्योडा अप्रैल महीने की 01 तारीख़ वार सोमवार के दिन मनाया जायेगा।
शीतला अष्टमी व बास्योडा 2024 पूजा मुहूर्त समय
Sheetala Ashtami 2024 Puja समय सूर्योदय से सुबह 07:54 मिनट तक,
शीतला अष्टमी व बास्योडा पूजा विधि
शीतला अष्टमी पूजा सामग्री
शीतला अष्टमी व बास्योडा के एक दिन पहले यानी की सप्तमी तिथि के शाम के समय मीठा भात (ओलिया), खाजा, चूरमा, मगद, नमक पारे, शक्कर पारे, बेसन चक्की, पुए, पकौड़ी, राबड़ी, बाजरे की रोटी, पूड़ी, सब्जी आदि सामग्री बना लें । और कुल्हड़ में मोठ, बाजरा भिगो दें। यह सब सामग्री को Sheetala Ashtami Puja करने से पहले नहीं खाना चाहिए। शीतला माता जी की पूजा के लिए ऐसी रोटी बनानी चाहिए जिनमे लाल रंग के सिकाई के निशान नहीं हों।
शीतला अष्टमी व बास्योडा की पूजा कैसे करें
- इसी दिन यानि शीतला अष्टमी व बास्योडा के एक दिन पहले सप्तमी को रात को सारा भोजन बनाने के बाद रसोईघर की साफ सफाई कर दें इसके बाद चूल्हा नहीं जलाया जाता हैं । शीतला सप्तमी के एक दिन पहले नौ कंडवारे, एक कुल्हड़ और एक दीपक कुम्हार के यहां से मंगवा लेने चाहिए।
- Sheetala Ashtami Puja के दिन सुबह जल्दी उठकर नित्य कर्म से निवृत होकर साफ़ कपड़े पहना चाहिए।
- एक थाली में कंडवारे रखकर उसमें थोड़ा दही, राबड़ी, चावल (ओलिया), पुआ, पकौड़ी, नमक पारे, रोटी, शक्कर पारे, भीगा मोठ, बाजरा व सिक्का आदि जो भी बनाया हो रखें । और एक शुद्ध जल से भरा लोटा।
- एक आटे का छोटा सा दीपक बना लें और उसमे रुई की बत्ती घी में डुबोकर लगा लें । (बिना नमक के आटे का) पंरतु इस इस दीपक को बिना जलाए ही माता जी को चढ़ाया जाता है।
- जंहा होली का दहन हुआ था वंहा जाकर शीतला माता जी की पूजा करें।
- सभी खाघ सामग्री का भोग लगाकर रोली और हल्दी से टीका करें। और शुद्ध जल के छीटें दें।
- Sheetala Ashtami Puja की थाली पर, कंडवारों पर तथा घर के सभी सदस्यों को रोली, हल्दी से टीका करें। खुद के भी टीका कर लें।
- हाथ जोड़ कर माता से प्रार्थना करें: हे माता, मान लेना और शीली ठंडी रहना।
- उसके बाद परिक्रमा लगाये।
संदर्भ: इस Sheetala Ashtami Puja Vidhi इस बार ऐसे करें शीतला अष्टमी की पूजा विधि, जानें बासोड़ा पूजन कैसे करें की पोस्ट में आपको शीतला अष्टमी यानी बास्योडा की सम्पूर्ण पूजा विधि के बारे में विस्तार से जानकारी बताई गई हैं।