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Phulera Dooj Puja Vidhi फुलेरा दूज पर इस विधि से करें पूजा, जानें शुभ मुहूर्त

Phulera Dooj Puja Vidhi फुलेरा दूज पर इस विधि से करें पूजा, जानें शुभ मुहूर्त : हमारे हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह की शुक्लपक्ष की द्वितीया तिथि को फुलेरा दूज के नाम से जाना जाता है। फुलेरा दूज को अबूझ मुहूर्त के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि इस दिन कोई भी शुभ व मांगलिक कार्यक्रम किया जा सकता हैं। इस दिन को बहुत ही शुभ और अतिउत्तम माना जाता है और इस दिन जो भी मांगलिक कार्यक्रम किया जाता है, उस पर किसी भी प्रकार का कोई भी दोष या अशुभ प्रभाव नही पड़ता हैं।

इस कारणों से बहुत से लोग फुलेरा दूज वाले दिन मांगलिक कार्यो का आयोजन करते हैं। इस दिन भगवान श्री कृष्ण जी की पूजा अर्चना करने का भी विधान है। इस दिन विशेषकर ब्रज क्षेत्र के मंदिरों में विशेष रूप से झांकी सजाई जाती हैं। हमारे द्वारा बताये जा रहे Phulera Dooj Puja Vidhi को पढ़कर आप भी फुलेरा दूज के दिन पूजा विधि अनुसार करके लाभ व फायदा उठा सकते हैं।

Phulera Dooj Puja Vidhi फुलेरा दूज पर इस विधि से करें पूजा, जानें शुभ मुहूर्त

फुलेरा दूज कब है? 2024

इस वर्ष 2024 में फुलेरा दूज 12 मार्च, 2024 वार मंगलवार के दिन बनाई जाएगी।

फुलेरा दूज का महत्व

फाल्गुन मास की शुक्लपक्ष की दूज तिथि को फुलेरा दूज कहा जाता है। पौराणिक मान्यताओं अनुसार यह दिन बहुत ही शुभ और उत्तम माना जाता है। ऐसा माना जाता है जब श्री कृष्ण ने द्वापर युग में अवतार लिया था और ब्रज में लीलाएँ की थी, उस समय वो इस दिन फूलों की होली खेलते थे। इसलिए इस दिन को फुलेरा दूज कहा जाने लगा।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार फुलेरा दूज को अबूझ मुहूर्त माना जाता हैं अर्थात इस दिन कोई भी शुभ व मांगलिक कार्यक्रम बिना किसी ज्योतिषी से कोई मुहूर्त निकलवाये किया जा सकता है और उसमें किसी भी प्रकार का कोई दोष या अशुभ प्रभाव भी नही पड़ता हैं।

इस दिन विवाह, मुण्ड़न, गृहप्रवेश, वाहन खरीदना, सम्पत्ति खरीदना, उपनयन संस्कार आदि जैसे मांगलिक कार्यक्रम करना शुभ माना जाता हैं। उत्तर भारत में फुलेरा दूज वाले दिन बहुत से शादी विवाह का आयोजन किये जा सकते है।

फुलेरा दूज के दिन विशेष रूप से भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी की पूजा आराधना करते हैं और उनका विभिन्न प्रकार के फूलों से श्रृंगार किया जाता है। आज के दिन घरों में रंगोली बनाई जाती है। आज के दिन से ही होली की तैयारियां शुरू हो जाती हैं।

फुलेरा दूज पूजा मुहूर्त

हम यहां आपको Phulera Dooj Puja Muhurat के बारे में नीचे विस्तार से बताने जा रहे हैं।

फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि का प्रारंभ 11 मार्च दिन सोमवार को सुबह 10 बजकर 46 मिनट से हो रहा है, जो 12 मार्च दिन मंगलवार को सुबह 07 बजकर 13 मिनट तक है।

सुबह 09 बजकर 42 मिनट से लेकर दोपहर 02 बजकर 04 मिनट तक,

दोपहर 03 बजकर 33 मिनट से लेकर सांय 04 बजकर 59 मिनट तक,

फूलेरा दूज के दिन राहुकाल दोपहर 03:00 बजे से दोपहर 04:30 बजे तक है, इस घड़ी में कोई काम करने से बचें।

ऊपर आपको Phulera Dooj Puja Vidhi कब शुरू करें या किस शुभ मुहूर्त में अपना कार्य करें इसके लिए आपको यहां Phulera Dooj Puja Muhurat बताया जा रहा हैं।

फुलेरा दूज पूजा विधि

फुलेरा दूज वाले दिन भगवान श्री कृष्ण जी की पूजा अर्चना किये जाने का विधि विधान है।

फुलेरा दूज के दिन जातक को प्रात:काल उठकर करके नित्यक्रिया से निवृत्त होकर स्नानादि करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

उसके बाद अपने घर के पूजा स्थल पर एक मंड़प तैयार करके श्री कृष्ण की मूर्ति या प्रतिमा स्थापना करें। 

फिर श्री कृष्ण की प्रतिमा का पंचामृत से अभिषेक करके फिर उसका श्रृंगार करें। और प्रतिमा को रंगीन वस्त्र धारण करके और फूलों से सजायें।

श्री कृष्ण की प्रतिमा की कमर में रंगीन वस्त्र में फूल रखकर बांधे। क्योकि इस दिन श्री कृष्ण ब्रज में फूलों से होली खेलते हैं।

श्री कृष्ण की प्रतिमा पर फूल अर्पित करके उनको भोग लगायें।

फिर धूपबत्ती जलाकर शुद्ध घी का दीपक जलाकर आरती करें।

ऊपर बताई गई विधि द्वारा आप Phulera Dooj Puja Vidhi को सरलता पूर्ण कर सकते हैं।

संदर्भ: इस Phulera Dooj Puja Vidhi फुलेरा दूज पर इस विधि से करें पूजा, जानें शुभ मुहूर्त की पोस्ट में आपको घर बैठे कैसे आप फुलेरा दूज की पूजा अर्चना करें साथ में शुभ मुहूर्त आदि के बारे में विस्तार से बताया गया हैं।

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