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Mahashivaratri Puja Vidhi महाशिवरात्रि की पूजा घर पर कैसे करें जानिए पूजा की सरल विधि

Mahashivaratri Puja Vidhi महाशिवरात्रि की पूजा घर पर कैसे करें जानिए पूजा की सरल विधि : यह तो आप सब जानते हो की महाशिवरात्रि का पर्व फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। महाशिवरात्रि पर्व का इसलिए भी ज्यादा महत्व है क्यों की भगवान भोले नाथ को देवों के देव कहा जाता है। यह तो आप सब पहले से जानते हो की सब देवों में महादेव को भोलेनाथ के नाम से पुकारा जाता है इसका कारण यह है, की भोलेनाथ जी को थोड़ी पूजा अर्चना से खुश किया जा सकता है।

इसलिए हम आपको यंहा Mahashivaratri Puja Vidhi के बारे में बताने जा रहे हैं। महाशिवरात्रि के दिन विधि पूर्वक व्रत रखने पर तथा शिवपूजन, शिव कथा, शिव स्तोत्रों का पाठ व “ॐ नम: शिवाय” का पाठ करते हुए रात्रि जागरण करने से अश्वमेघ यज्ञ के समान फल प्राप्त होता हैं। व्रत के दूसरे दिन यथाशक्ति वस्त्र-क्षीर सहित भोजन, दक्षिणादि प्रदान करके संतुष्ट किया जाता हैं। हमारे द्वारा बताये जा रहे Mahashivaratri Puja Vidhi को पढ़कर आप भी महाशिवरात्रि के दिन विधि पूर्वक अनुसार पूजा करके लाभ व फायदा उठा सकते हैं।

Mahashivaratri Puja Vidhi महाशिवरात्रि की पूजा घर पर कैसे करें जानिए पूजा की सरल विधि

महाशिवरात्रि व्रत की महिमा और महाशिवरात्रि उद्धापन विधि

महाशिवरात्रि के व्रत के बारे में यह मान्यता है, की इस उपवास करने से सभी भोगों की प्राप्ति के साथ मोक्ष की प्राप्ति होती है, यह उपवास को करने से सभी पापों का क्षय एवं नाश हो जाता है। इस उपवास को लगातार 14 साल तक करने के बाद विधि विधान पूर्वक उद्धापन कर देना चाहिए।

महाशिवरात्रि व्रत का संकल्प

महाशिवरात्रि व्रत करने से पहले जातक को संकल्प लेते समय सम्वत, मास, पक्ष, तिथि-नक्षत्र, अपना नाम व गोत्रा आदि का उच्चारण करते हुए करना चाहिए। महाशिवरात्रि व्रत का संकल्प करते समय जातक को अपने हाथ में जल, चावल, पुष्प आदि सामग्री लेकर शिवलिंग पर छोड देनी चाहिए। इसके बाद नीचे बताई जा रही Mahashivaratri Puja Vidhi करें।

महाशिवरात्रि पूजा सामग्री

Mahashivaratri Puja Vidhi एवं उपवास में निम्न प्रकार की पूजन सामग्री का प्रयोग किया जाता है पंचामृ्त (गंगाजल, दुध, दही, घी, शहद), सुगंधित फूल, शुद्ध वस्त्र, बिल्व पत्र, धूप, दीप, नैवेध, चंदन का लेप, ऋतुफल आदि।

महाशिवरात्रि पूजा विधि

महाशिवरात्रि व्रत को रखने वालों को उपवास के पूरे दिन, भगवान भोले नाथ का ध्यान करना चाहिए। प्रात: स्नान करने के बाद भस्म का तिलक कर रुद्राक्ष की माला धारण की जाती है। इसके ईशान कोण दिशा की ओर मुख कर शिव का पूजन धूप, पुष्पादि व अन्य पूजन सामग्री से Mahashivaratri Puja Vidhi करनी चाहिए।

इस व्रत में चारों पहर में पूजन किया जाता है। प्रत्येक पहर की पूजा में “ॐ नम: शिवाय” व ” शिवाय नम:” का जाप करते रहना चाहिए। अगर शिव मंदिर में यह जाप करना संभव न हों, तो घर की पूर्व दिशा में, किसी शान्त स्थान पर जाकर इस Mahashivaratri Puja Mantra का जाप किया जा सकता हैं। चारों पहर में किये जाने वाले इन मंत्र जापों से विशेष पुन्य प्राप्त होता है। इसके अतिरिक्त उपावस की अवधि में रुद्राभिषेक करने से भगवान शंकर अत्यन्त प्रसन्न होते है।

शिव अभिषेक विधि

महाशिवरात्रि के दिन शिव अभिषेक करने के लिये सबसे पहले एक मिट्टी का बर्तन लेकर उसमें पानी भरकर, पानी में बेलपत्र, आक धतूरे के पुष्प, चावल आदि डालकर शिवलिंग को अर्पित किये जाते है। व्रत के दिन शिवपुराण का पाठ सुनना चाहिए और मन में असात्विक विचारों को आने से रोकना चाहिए। शिवरात्रि के अगले दिन सवेरे जौ, तिल, खीर और बेलपत्र का हवन करके व्रत समाप्त किया जाता है।

महाशिवरात्रि पूजन करने का विधि-विधान

महाशिवरात्रि के दिन शिवभक्त का जमावडा शिव मंदिरों में विशेष रुप से देखने को मिलता है। भगवान भोले नाथ अत्यधिक प्रसन्न होते है, जब उनका पूजन बेल- पत्र आदि चढाते हुए किया जाता है। व्रत करने और Mahashivaratri Puja Vidhi के साथ जब रात्रि जागरण भी किया जाये, तो यह व्रत और अधिक शुभ फल देता है। इस दिन भगवान शिव की शादी हुई थी, इसलिये रात्रि में शिव की बारात निकाली जाती है। सभी वर्गों के लोग इस व्रत को कर पुन्य प्राप्त कर सकते हैं ।

महाशिवरात्रि पूजा शुभ मुहूर्त

Mahashivratri Puja Shubh Muhurat निम्नलिखित नीचे बताये गये हैं।

प्रथम प्रहर: सांय 06 बजकर 28 से रात्रि 09 बजकर 32 मिनट तक,

द्वितीय प्रहर: रात्रि 09 बजकर 43 से मध्यरात्रि 12 बजकर 37 मिनट तक,

तृतीय प्रहर: मध्यरात्रि 12 बजकर 38 मिनट से अंतरात्रि 03 बजकर 42 मिनट तक,

चतृर्थ प्रहर: अंतरात्रि 03 बजकर 43 मिनट से अगली प्रातः 06 बजकर 46 मिनट तक,

निशीथकाल: मध्यरात्रि 12 बजकर 25 मिनट से मध्यरात्रि 01 बजकर 13 मिनट तक,

महाशिवरात्रि की पूजा अर्चना और अभिषेक ऊपर बताये गये समय पर कर सकते हैं।

संदर्भ: इस Mahashivaratri Puja Vidhi महाशिवरात्रि की पूजा घर पर कैसे करें जानिए पूजा की सरल विधि की पोस्ट में आपको घर बैठे कैसे आप महाशिवरात्रि की पूजा अर्चना करें साथ में शुभ मुहूर्त आदि के बारे में विस्तार से बताया गया हैं।

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