Siddha Kunjika Stotram Sadhana सिद्ध कुंजिका स्तोत्र साधना व प्रयोग विधि कैसे सिद्ध करें : हम यंहा आपको सिद्ध कुंजिका स्तोत्र साधना के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के बारे में आप सब जानते हो पर सिद्ध कुंजिका स्तोत्र साधना के बारे में बहुत कम व्यक्ति को पता है। हमारे द्वारा बताये जा रहे Siddha Kunjika Stotram Sadhana को पढ़कर आप भी बहुत आसन तरीक़े से सिद्ध कुंजिका स्तोत्र साधना व प्रयोग कर सकते हैं।
हमारे द्वारा बताई जा रही इस जानकारी को ध्यानपूर्वक धीरे धीरे से पढ़ें, जिससे आपके मन में इस पोस्ट को लेकर किसी भी प्रकार की कोई शंका ना रहे जाये। और यदि आपके मन में इस पोस्ट को लेकर कोई प्रशन हैं। तो आप हमें पोस्ट के नीचे जाकर कमेंट करके अपना प्रशन पूछ सकते हैं आपको वहां जवाब दे दिया जायेगा। धन्यवाद जय श्री राम
Siddha Kunjika Stotram Sadhana सिद्ध कुंजिका स्तोत्र साधना व प्रयोग विधि कैसे सिद्ध करें
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सिद्ध कुंजिका स्तोत्र साधना
सिद्ध कुंजिका स्तोत्र साधना से साधक स्तम्भन, मारण, मोहन, शत्रुनाश, सिद्धि, प्राप्ति, विजय प्राप्ति, ज्ञान प्राप्ति आदि अर्थात सभी क्षेत्रो मे प्रवेश की यह महाकुंजी है । Siddha Kunjika Stotram Sadhana के बाद प्रतिदिन प्रातःकाल Siddha Kunjika Stotram का पाठ कराने से सभी प्रकार के विघ्न बाधा नष्ट हो जाते हैं व परम सिद्धि प्राप्त होती है ! इसके पाठ से काम, क्रोध का मारण, इष्टदेव का मोहन, मन का वशीकरण, इन्द्रियों की विषय वासनाओं का स्तम्भन और मोक्ष प्राप्ति हेतु उच्चाटन आदि कार्य सफ़ल होने लगते हैं !
सिद्ध कुंजिका स्तोत्र साधना नियम
कुंजिका स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में किसी भी प्रकार की तकलीफ हो या शांति की आवश्यकता, कुंडली में किशी भी प्रकार का दोष होना, घर में क्लेश होना, व्यापार में दिक्कत और परेशानी होना, शादी का नही होना, शत्रु का हावी होना, व्यापार में घाटा या नुकसान होना, संतान सुख से वंचित होना, भुत प्रेत और उपरी हवा या किसी भी प्रकार की परेशानी, जमींन से सम्बंधित परेशानी, रोग से सम्बंधित समस्याओं हो, सुख-शांति, समृद्धि, लक्ष्मी प्राप्ति की कामना व् समस्त प्रकार की कल्याण की भावना आदि Siddha Kunjika Stotram का पाठ करने से व कराने से लाभ मिलता हैं ! और नवरात्रि में कराने से इसका फल अंनत गुना प्राप्त होता हैं !
सिद्ध कुंजिका स्तोत्र साधना करने की विधि
Siddha Kunjika Stotram Sadhana नवरात्रि से या किसी भी माह की अष्टमी तिथि या शुक्ल पक्ष के मंगलवार या शुक्रवार से शुरू कर सकते हैं ! आप इस सिद्ध कुंजिका स्तोत्र साधना ब्रह्ममुहूर्त में या रात में 10 बजे के बाद कर सकते हैं ! सर्वप्रथम जातक को प्रातः उठकर नित्य कर्म से निवृत होकर स्नान कर शुद्ध लाल रंग के वस्त्र धारण करके लाल आसन पर पूर्व मुखी या उत्तर मुखी होकर बैठ जाना चाहिए ! उसके बाद अपने समाने चोकी रखकर उस पर लाल कपड़ा बिछाकर माँ श्री दुर्गा जी की प्रतिमा या फ़ोटो और दुर्गा यन्त्र स्थापित करें !
उसके बाद अब माँ और यंत्र का सामान्य पूजन करे ! जैसे की कुंकुम, अक्षत, पुष्प चढावे ! उसके बाद घी का दीपक जलाकर धूपबत्ती जलाये ! फिर माँ श्री दुर्गा जी को किसी भी मिठाई को प्रसाद रूप मे अर्पित करे ! उसके बाद जातक अपने हाथ में जल लेकर संकल्प ले, की हे माँ आज ( दिन, वार, तारीख़ बोलें ) से सिद्ध कुञ्जिका स्तोत्र का अनुष्ठान आरम्भ कर रहा हूँ और में इसका नित्य 9 दिनों तक 51 पाठ या 21 दिन तक 108 पाठ करूँगा या करुँगी !
माँ मेरी Siddha Kunjika Stotram Sadhana को स्वीकार कर मुझे कुंजिका स्तोत्र की सिद्धि प्रदान करे तथा इसकी ऊर्जा को मेरे भीतर स्थापित कर दे ! ऐसा बोलकर जल भूमि पर छोड़ दे ! उसके बाद जातक Siddha Kunjika Stotram का पाठ आरम्भ कर दें ! अनुष्ठान करते समय चढ़ाये जा रहे प्रसाद को जातक स्वयं खाए ! अनुष्ठान पूरा होने पर 9वें या 21 वाँ दिन सिद्ध कुञ्जिका स्तोत्र पाठ कर किसी 1, 3, 5 या 9 कुमारी कन्याओ या गाय को भोजन कराये ! ऐसा करने से साधक की Siddha Kunjika Stotram Sadhana सम्पन्न हो जाती हैं!
सिद्ध कुंजिका स्तोत्र साधना नियम
- १.साधना काल साधक को ब्रह्मचर्य का पालना करना चाहिए ! साधक को शारीरिक और मानसिक रूप से इसका पालना करना चाहिए!
- २.Siddha Kunjika Stotram Sadhana काल में साधक को भूमि पर शयन करना चाहिए !
- ३.सिद्ध कुंजिका स्तोत्र साधना करते समय साधक को अपने मुख मे पान ऱख कर की जाएं तो इससे माँ श्री दुर्गा जल्दी प्रसन्न होती है. इस पान मे चुना, कत्था और ईलायची के अतिरिक्त और कुछ नही डालना चाहिए !
- ४.अगर नित्य रोज़ाना Siddha Kunjika Stotram Sadhana समाप्त करने के बाद एक अनार काटकर माँ श्री दुर्गा को अर्पित किया जाये तो इससे साधना का प्रभाव और अधिक हो जाता है. परन्तु ये अनार साधक को नहीं ख़ाना चाहिए ये नित्य प्रातः गाय को दे देना चाहिए ।
- ५.यदि आपका रात्रि मे सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का अनुष्टान कर रहे हो तो नित्य प्रातः काल पूजन के समय 3 माला नवार्ण मंत्र की करने से साधना काल मे हो रही ग़लती समाप्त हो जाती हैं ! यह काम साधक अपने इच्छानुसार कर सकता हैं !
- ६.Siddha Kunjika Stotram Sadhana करने की बात गोपनीय रखे और सिद्ध कुंजिका स्तोत्र साधना गुरु तथा मार्गदर्शक के अतिरिक्त किसी अन्य को कुछ नही बताये !
- ७.सिद्ध कुंजिका स्तोत्र साधना के समय साधक जितना सम्भव हो सभी वस्तुए लाल रंग की ही प्रयोग करे !
सिद्ध कुंजिका स्तोत्र साधना के लाभ
- यदि आपको शत्रु परेशान कर रहे हैं तो आप Siddha Kunjika Stotram Sadhana से शत्रु से छुटकारा पा सकते हैं| इसके लिए शनिवार को रात बारह बजे काले कपड़े को बिछाकर उस पर एक नींबू रख दें| थोड़ा सा काजल लें और इससे नींबू पर अपने दुश्मन का नाम लिख दें| अब इसके सामने 11 बार Siddha Kunjika Mantra का जाप करें| इसके साथ “हुं शत्रुनाशिनी हुं” मंत्र से त्राटक करें| इसके बाद 11 बार Siddha Kunjika Stotram Sadhana का पाठ करें| अब आप इस नींबू को किसी एकांत स्थान पर ज़मीन के अन्दर गाढ़ दें| ऐसा करने से आपको हमेशा के लिए उस दुश्मन से छुटकारा मिल जायेगा|
- Siddha Kunjika Stotram Sadhana से किसी स्त्री या पुरुष को आकर्षित करने के लिए भी की जा सकती है| आप इसके लिए कुंजिका मंत्र का 9 बार जाप करें और फिर “क्लीं ह्रीं क्लीं” इस मंत्र का एक सौ आठ बार उच्चारण करें| इसके बाद पुन: Siddha Kunjika Stotram का 9 बार जाप करें| इस दौरान अपने सामने तांबे के लोटे में पानी रखें और उसे मंत्र का उच्चारण पूरा होने पर थोड़ा से पी लें| ऐसा करने से आकर्षण होने लगता है।
संदर्भ: इस Siddha Kunjika Stotram Sadhana सिद्ध कुंजिका स्तोत्र साधना व प्रयोग विधि कैसे सिद्ध करें की पोस्ट में आपको सिद्ध कुंजिका स्तोत्र की साधना के बारे पूरी जानकारी दी जायेगी, जैसे की आप सिद्ध कुंजिका स्तोत्र साधना कब शुरू करें, क्या विधि और इस साधना के करने के फायदे आदि के बारे में यहां से जान सकते हैं।
Siddha kunjika siddhi kar na hai
Vidhi kay hai kuch madaat karay
6 tarikh se gupt navratri hai..mujhe sadhana karni hai..marg darshan kariye